By Prince Jha
Published on : 30 जनवरी 2024, 7:51 PM IST, Updated on: 15 फरवरी 2024.
Rolls Royce & Azad Engineering Limited : बता दें की रोल्स रॉयस और हैदराबाद की कंपनी आजाद इंजीनियरिंग के द्वारा हाल ही में एक बहुत बड़ी डील का समझौता हुआ है जिसमे अब रोल्स रॉयस द्वारा भारत में ही एयरो इंजन का पार्ट्स बनाये जायेंगे इसकी जानकारी Rolls Royce कंपनी के हेड Alex Zino और आजाद इंजीनियरिंग के सीईओ ने देश के साथ साझा किया हैं।
Table of Contents
ToggleRolls Royce Signed MOU.
रोल्स रॉयस (Rolls Royce) का इस समय आजाद इंजीनियरिंग लिमिटेड के साथ हुई सहमति किसी महत्वपूर्ण और रणनीतिक समझौते का हिस्सा है। इस सहमति के अंतर्गत, हैदराबाद में स्थित आजाद इंजीनियरिंग कंपनी और रोल्स रॉयस मिलकर भारत में हाई-क्वॉलिटी वाले एयरो-इंजन कॉम्पोनेंट्स बनाएंगे। इसका मतलब है कि इस साझेदारी के जरिए भारत में नए और विकसित एयरोस्पेस टेक्नोलॉजी का विकास संभव होगा और यह आने वाले दिनों में उद्योग के क्षेत्र में एक नई मील का पत्थर साबित हो सकता है।
आजाद इंजीनियरिंग लिमिटेड ने रोल्स रॉयस के साथ 7 साल के कॉन्ट्रैक्ट पर हस्ताक्षर किए हैं।
इसके उद्देश्य और लाभ:
इस एग्रीमेंट के साथ, आजाद इंजीनियरिंग लिमिटेड का मुख्य उद्देश्य भारतीय रक्षा एयरक्राफ्ट के साथ नार्मल हवाई जहाज के इंजनों के काम्प्लेक्स कॉम्पोनेंट्स की सप्लाई और मैन्यूफैक्चरिंग करना है। इससे न केवल देश की डिफेंस इंडस्ट्री को एक नई ऊचाई पर पहुँचाने में मदद मिलेगी, बल्कि यह रोल्स रॉयस को भारत में अपने प्रतिष्ठानुसार विकसित हो रहे इकोसिस्टम को मजबूत करने का एक और बड़ा कदम होगा।
रोल्स रॉयस का इकोसिस्टम:
रोल्स रॉयस ने बताया कि भारत में उसके इकोसिस्टम में स्थानीय भागीदारी, मजबूत प्रोवाइडर चेन, समृद्धि कुशलता, इंजीनियरिंग क्षमता, डिजिटल के दुनियाँ में इसका हल और सर्विस प्रोवाइड करने की क्षमताएं शामिल हैं। इससे स्थानीय उद्यमों को विकसित होने में बहुत मदद मिलेगी और यह आने वाले दिनों में स्थानीय एयरोस्पेस इंडस्ट्री की स्थापना में भी सहायक सिद्ध हो सकता है।सबसे बड़ी बात हैं की इस डील के बाद भारतीय उद्योगों में एक क्रांति देखा जा सकता हैं।
बढ़ते उद्योग में भागीदारी:
यह समझना बहुत महत्वपूर्ण है कि इस सहमति के माध्यम से, रोल्स रॉयस को भारतीय उद्योग में एक नया मानक स्थापित करने का मौका मिला है। यह न केवल नए और नए तकनीक का परिचय देगा, बल्कि यह भी भारतीय अंतरराष्ट्रीय उद्योग में एक महत्वपूर्ण खिलाड़ी के रूप में स्थान बनाएगा और इससे भारतीय उद्योग में एक नया दौर आएगा, जिससे सार्थक नौकरियों का सृजन होगा और देश को आत्मनिर्भरता बनाने में एक और कदम बढ़ाने में मदद मिलेगी।
भविष्य की दिशा
इस सहमति के माध्यम से, भारत में रोल्स रॉयस की गति और सफलता को बढ़ाने का एक नया कदम उठाया गया है। यह साझेदारी न केवल विज्ञान और तकनीक में प्रगति को बढ़ावा देगी, बल्कि इससे भारतीय रक्षा उद्योग को भी मजबूती मिलेगी। आजाद इंजीनियरिंग और रोल्स रॉयस के बीच यह सहमति एक नई ऊर्जा और उत्साह का स्रोत बन सकती है, जो आगे बढ़कर देश की तकनीकी और रक्षा क्षेत्र में नए मील के पत्थरों को खोजने में मदद करेगी।
एयरोस्पेस के काम्प्लेक्स इंजन बनाने में अव्वल
बता दें की रोल्स रॉयस कंपनी के द्वारा जटिल इंजन बनाया जाता हैं जो पुरे दुनियां में बनाए हुए इंजन को सप्लाई करता हैं और इस कंपनी का बाजार बहुत ही ज्यादा प्रिशियस माना जाता रहा हैं क्योंकि यही कंपनी एयरोस्पेस के इंजन बनाने की क्षमता रखता हैं इसी कारण यह डील भारत के दृश्टिकोण से बहुत ही महत्वपूर्ण माना जा रहा हैं जो भविष्य में भारत को इस क्षेत्र में एक अलग मोड़ पर ले जाएगा।
Azad Engineering के शेयर में उछाल
बता दें की इस डील के बाद आजाद इंजीनियरिंग लिमिटेड के शेयर मार्केट में भारी उछाल देखा गया था इस कंपनी ने ट्रेडिंग के शुरुआती रुझान के दौरान अपने ऑल टाइम हाई को छुआ था एक रिपोर्ट के अनुसार इसके स्टॉक में 5.720 फीसदी का इजाफा देखने को मिली थी।
स्टार्टअप बिज़नेस के खिलाड़ी दिलखुश कुमार के बारे में जानने के लिए इस लिंक पर क्लिक करें Dilkhush Kumar : रिक्शा चलाने से लेकर 5000 कारों का नेटवर्क तक का सफर।